उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद जहां आवारा पशुओं को लेकर के जिले में दर्जनों गौशालाये बनवाई गई थी और हर गौशालाओं में सैकड़ों की संख्या में मवेशी भी मौजूद भी है
लेकिन लॉक डाउन के दौरान गौशाला में काम करने वाले मजदूरों को उनकी मजदूरी न मिलने के चलते उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है।
अमेठी जनपद के मुसाफिरखाना विकासखंड क्षेत्र के नेवादा ग्राम सभा मे बानी गौशाला मे काम करने वाले मजदूर भूखमरी की कगार पर है। इस वृहद गौशाला का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने अपने हाथों से किया था और काफी दिनों तक कार्य ठीक-ठाक चलता भी रहा। लेकिन इस दौरान लॉक डाउन के चलते गौशाला पर काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी ना मिलने के कारण मजदूरों का परिवार चलाना मुश्किल हो गया है जब इस मामले पर ग्राम सभा के प्रधान से बात की गई तो उनका साफ तौर पर कहना है कि लॉक डाउन होने के कारण बैंक बंद हो गया हैं और इन का कोई मानदेय भी आज तक तय नहीं हुआ है। ऐसे में हमसे जो कुछ हो सकता है मै कर देता हू। लेकिन इस समय करीब 2 महिने से लाकडाऊन के कारण बैंक बंद हो गई हैं। जिसके कारण मैं भी मजबूर हो गया हूं देखने वाली बात तो यह है कि आखिर गौशाला में काम करने वाले मजदूरों का मानदेय निश्चित क्यों नहीं है और वही 2 महीने से सेलरी न मिलने के कारण मजदूरों के परिवार का भरण पोषण कैसे होगा अपने आप में यह एक बड़ा सवाल है।
अमेठी से मनोज़ यादव की रिपोर्ट
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