छात्रपाल की योजना के मुताबिक इन दोनों ने 20 मई की रात अनुराग को आगापुर रोड पर उस वक्त गोली मार दी थी जब वो स्कूटी से अपने घर को लौट रहे थे। पुलिस ने शुक्रवार को छत्रपाल यादव, उसके भाई पवन, बाबू उर्फ हिमांशु और राजकिशोर को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।
एसपी शगुन गौतम ने कलक्ट्रेट सभागार में बताया कि छत्रपाल यादव की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो चुकी थी। उसने कुछ साल पहले एक चिटफंड कंपनी भी खोली थी, जिसमें उसको घाटा उठाना पड़ा था। इस मामले में उस पर मुकदमा भी हुआ था। जिन लोगों ने कंपनी में पैसा लगाया था वो अपना पैसा मांग रहे थे।
शाहाबाद सम्बददाता
इक़बाल हुसैन अब्बासी
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